raksha bandhan 27july2022
रक्षाबंधन का आया त्योहार आओ पुनः बांटें परस्पर प्यार रोली चावल मिशरी और रेशम से बंध जाये समस्त संसार भाई बहन का अनोखा रिशता प्यार का पलड़ा भारी किसका? कौन समझ सकता इन दोनों को बस यही जानते हैं अपना किस्सा बचपन की मिलीभगत व शैतानी मैं तेरा बाबा कि तू मेरी नानी करते करते न जाने कितनी ही जल्दी आ गयी दोनों पर उमर सयानी बातों का रंग अब हुआ गम्भीर बहन हुई शान्त. धीरवान हुआ वीर पर दोनों का प्रेम आज भी दोनों को राखी के पर्व के लिये करे अधीर Image courtesy: https://depositphotos.com/vector-images/rakshabandhan.html