For Kashvi - the Shining Star or the Bright one! सौम्य मुस्कान, चंचल सी चमक बाहर शांत भीतर धमक। कश्वि है वो ईश्वर का वरदान, पिता की जान माँ का अभिमान, घर की शान। कश्वि है वो हुआ मंगल आप हमारे घर आईं कितनी खुशियां कितनी रौनक साथ लाईं। कश्वि है वो सुन्दर व्यक्तित्व जीवन्त आँखें दुःख दोष कभी आसपास भी न झाँके। कश्वि हो वो चाचा की चहेती, चाची की दुलारी मौसी की मित्र, मौसा से भी यारी। कश्वि है वो शिखर की शिखा, कीर्ति का यश बने हर विद्या में निपुण, हर कार्य में दक्ष। कश्वि है वो कुवँर की गुडिया आभा सी आभायमान कल्पना से परे चन्द्र की चाँदनी का भान। कश्वि है वो प्रशान्त सी विशाल हो महत्वकांक्षा, कर पाये तृप्ति अपने प्रयत्न में सद्गुणों से शोभित हो, प्रेम की वर्षा हो आपके जीवन में। कश्वि है वो सात्विक, स्वास्तिक इनके विचार हो हर निमेश में हर पल में सिद्धि से समर्थ रहे यह अपने जीवन के आज मे कल में। कश्वि हो वो शिखर सी ऊँचाई कीर्ति सा हो विस्तार कुछ ऐसा कार्य कर जाये , जिससे आप सही मायने में कश्वि बन जाये With love and blessing from mom