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Showing posts from 2022

शर्मिंदा

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तमाम नाकामियों के बाद भी जिन्दा हूँ मैं  खामोश हूँ क्योंकि बहुत शर्मिंदा हूँ मैं तूफ़ान में परवाज़ भरता परिन्दा हूँ मैं  रोज़ सवेरे उठता हूँ एक नई शुरुआत तलाशता हुआ अपने माज़ी की राख में से एक चिंगारी कुरेदता हुआ जो कामयाबी की लौ बन जाये, एक आफताब दहकता हुआ आईना बस अक्स दिखाता है, इसमें दिखती पूरी सच्चाई नहीं  यादों से मन बहलता तो है, मिटती इनसे तन्हाई नहीं  अब भी मुझमें कुछ "मैं" जैसा बाकी है क्या, या खो गयी है मेरी खुदाई कहीं?  खोज रहा हूँ न जाने क्या, किस मंज़िल का लूँ रास्ता  शायद खुद से दुबारा मुलाकात करना हूँ मैं चाहता  जान लूँ जो खुद को मैं तो, मंज़िल खुद ही दिखा देगी रास्ता Image courtesy: https://www.istockphoto.com/photos/sad-man-sitting-in-sunset

yaad

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बहुत याद आते हो तुम, कभी भी, कैसे भी, कहीं भी पता नहीं किस बात पर-या जब नहीं हो कोई बात भी न जाने कैसे एक पल - एक एहसास तुम्हारे न होने की हकीकत जता जाता है पर फिर कहीं से कोई भूली सी धुन, हवा में उड़ता पत्ता ये जताता है कि "मैं ज़िन्दा हूँ- तुम्हारे ज़हन में, तुम्हारे दिल के गुदगुदे कोने में, इन्हीं यादों में बाहर मत ढूँढा करो मुझे, मैं शामिल हूँ तुम्हारे छोटे बड़े इरादों में रूबरू न सही पर मेरी बातें तुम्हारी साथी हैं, कभी खु़द को अकेला न पाना, और फिर तुम्हारे पास तो मेरे सभी हैं, मेरे पास फ़क्त तन्हाई है और कुछ यादों का ख़ज़ाना" यही सोचकर कर लेती हूँ तसल्ली कि मेरे पास यादें तो हैं कितने लम्हों से निचोड़ी हुयी इतनी बातें तो हैं पर फिर भी यूँ ही कभी कोई तस्वीर, कोई गाना या कोई किस्सा, याद दिला दे जाते हैं कि अब तुम हमारा सिर्फ हो रुहानी हिस्सा ख्याल रखो अपना कि वहाँ तुम अकेले हो, और देखे रहो मुझे भी तुम्हारे दिखाये रास्ते पर चलने की कर रही हूँ कोशिश- बस साथ बने रहो दूर से भी 

raksha bandhan 27july2022

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रक्षाबंधन का आया त्योहार आओ पुनः बांटें परस्पर प्यार रोली चावल मिशरी और रेशम से बंध जाये समस्त संसार भाई बहन का अनोखा रिशता प्यार का पलड़ा भारी किसका? कौन समझ सकता इन दोनों को बस यही जानते हैं अपना किस्सा बचपन की मिलीभगत व शैतानी  मैं तेरा बाबा कि तू मेरी नानी करते करते न जाने कितनी ही जल्दी  आ गयी दोनों पर उमर सयानी बातों का रंग अब हुआ गम्भीर  बहन हुई शान्त. धीरवान हुआ वीर पर दोनों का प्रेम आज भी दोनों को  राखी के पर्व के लिये करे अधीर Image courtesy: https://depositphotos.com/vector-images/rakshabandhan.html

सुन सकते हो क्या

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सुन सकते हो क्या, मेरी खामोश सिसकियाँ कौन सी गफ़लत में थे, कह गये तुम ये सब क्या? सुन सकते हो क्या, मेरी बेचैन नाराज़गियाँ जब न दे पायी कोई भी जवाब मैं, तुम्हारे गुस्से को भी मैंने पी लिया!  सुन सकते हो क्या, मेरी मजबूर उदासीनियाँ चाहते हुए भी तुम्हें बेइंतहा, छोड़ देना चाहती हूँ तुम्हारा जहाँ सुन सकते हो क्या, मेरी दर्द भरी गहराईयाँ तुम्हारी दिन रात की शिकायतें, गिनाती हुई मेरी तमाम नाकामियाँ सुन सकते हो क्या, मेरी दिल की धड़कती हुई सुईयाँ जिनपर नाम है सिर्फ तुम्हारा, यूँ न दो मुझको रूसवाईयाँ सुन सकते हो क्या, मेरी खौफ़ज़दा नादानियाँ कभी जिन पर तुम हुए थे फिदा, अब उन से ही है शिकवा इस गुस्से की, इस छटपटाहट की वजाहतें और होंगी भी क्या बस बदल गये हैं हम दोनों, बदल गया है अपना समाँ दिल के किसी कोने में अभी भी उम्मीदें दस्तक देतीं हैं क्या टटोल कर देखें, क्या पाएगें फिर प्यार अपने दरमियाँ  मुझे भी सुननी है, तुम्हारी दास्तान  सुन सकते हो क्या, मेरी कोशिशों की कहानियाँ Image credit: https://www.shutterstock.com/image-photo/silhouettes-couple-man-woman-broken-heart-725426836  

दूरियाँ

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कभी दूरियाँ मिटाती हुयी सिलवटें थी बिस्तर पर, कभी करवटों में सिमट जाती है रात कोई! बिन बोले भी कभी समझ जाते थे जो इशारे हमारे, अमूमन अब अनसुनी कर देते हैं कही हुयी बात कोई! नींद को दावत देते हुये गुज़रती हैं कई रातें, सपनों से पहले सुबह आ जाती है - ढूँढती हुयी रात कोई! न ही दूर हैं न ही बिछड़े हैं हम, बात बस इतनी सी है- कि ज़िन्दगी की दौड़ में छूटता सा गया है हाथ कोई! एक ही कमरे में बैठे, अपने अपने फोंनों को तक रहे हैं, दिल से पूछो, तुम ही कहो- है ये भी क्या साथ कोई? जब खुद ही चुप हैं, गुमसुम हैं, खोये से हुये हैं - तो हमें मिलाने के लिए क्या कर लेगी कायनात कोई! आओ कुछ पल खामोशी के साथ बितायें, धड़कनों को सुनते हुये नज़रों को मिलाकर, जगा दें कब से सोये हुये जज़्बात कोई! इंतज़ार किसका है मेरे हमदम, वक्त़ की रफ्तार थमती नहीं, दुबारा भरपूर जीने के लिए, ज़रूरी है क्या वारदात कोई? 

to parents!

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The tumultuous sky and the quiet sea, The horizon embracing them both calmly. Just like parents embrace their children!  With all the acceptance in any situation.  The unconditional love flows incessantly,  Imparting the gift of hope and energy!  Through every chaos and calm -  This love acts as a confidence enhancing balm...